Brahmastra Movie Review in Hindi: तो ब्रह्मास्त्र फिल्म का ट्रेलर आ गया है जो काफी कमाल के वीएफएक्स और सीन्स से भरा हुआ है। इस पोस्ट में हम इस ट्रेलर के बेस पर फिल्म फिल्म की कहानी की बात करेंगे। आखिर यह फिल्म किस बारे में है? यह कैसे सुपरहीरो फिल्म होते हुए भी प्योर इंडियन कल्चर पर बेस्ड है और आखिर इसकी कहानी क्या होगी। यह फिल्म अस्त्रवर्स का पहला पार्ट है। अब अस्त्रवर्ष वैसा ही है जैसे मार्वल का सिनेमेटिक यूनिवर्स या फिर सोनी का स्पाइडरवर्स।
अस्त्रवर्स में टोटल तीन फिल्में हैं जिनमे अलग-अलग हिन्दू माइथोलॉजी के वेपेंस दिखाया जाएगा। ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 दिखाएगी शिवा की यानि अग्निअस्त्र की। इस फिल्म की कहानी के बारे में बात करने से पहले यह जानना जरुरी है कि यह फिल्म हमें दिखाना क्या चाहती है।
तो होता क्या है कि जल, वायु और अग्नि तीन महान शक्तियां है जो अलग-अलग लेवल पर कई तरह के अलग-अलग अस्त्रों में है। इन तीन तत्व की शक्तियां जिस अस्त्र में है उस अस्त्र की जरुरत के हिसाब से यह काम करती है। अब ऐसे अनगिनत अस्त्र है और उनमें सबसे शक्तिशाली अस्त्र है ब्रह्मास्त्र। हिन्दू माइथोलॉजी में ब्रह्मास्त्र को एक ऐसा अस्त्र माना जाता है जो पुरे यूनिवर्स को एक ही बार में डिस्ट्रॉय करने की ताकत रखता है। इसके इतने शक्तिशाली होने की बजह से हर कोई इस अस्त्र को पाना चाहता है और असेही कुछ कहानी इस फिल्म की होने वाली है।
ब्रह्मास्त्र की कहानी - Brahmastra Movie Story / Review
यह कहानी है शिवा की जो कि एक डीजे ही। शिवा का ही अस्त्रों में से एक यानि कि अग्निअस्त्र है लेकिन उसे इस बारे में कुछ पता नहीं होता। है;हालाँकि कहीं ना कहीं वह जानता है कि कुछ तो है जो इस दुनिया में चल रहा है और उसका इनमें कोई ना कोई कनेक्शन तो जरूर है। अब क्योंकि शिवा के पास आग की पावर है तो वह कभी भी आग को पैदा कर सकता है, उससे कोई भी हतियार बना सकता है और आग को कंट्रोल भी कर सकता है। शिवा ही वह अस्त्र है जो ब्रह्मास्त्र के लिए वर्दी है और शायद इसलिए इस फिल्म में डार्क पावर्स उसके पीछे है।
शिवा एक बेफिक्र इंसान है जो दुनिया घूमता है और इसी दौरान उसे मिलती है ईशा। शिवा और ईशा को एक दूसरे से प्यार हो जाता है। और दूसरी तरफ ब्रह्मास्त्र को पाने के लिए कुछ बुरे लोग भी कोशिश कर रहे हैं। इनमें से एक है जूनून। जूनून एक ईविल ग्रुप की मास्टर है जो किसी भी तरह ब्रह्मास्त्र को पाना चाहती है। लेकिन जहाँ बुराई होती है वहां अच्छाई भी होती है।
तो जूनून को रोकने के लिए कई लोग है जिनमें से एक है नंदीअस्त्र। नाम से ही पता चलता है कि नंदीअस्त्र पावर को दिखाता है और इस ट्रेलर के एक सिन में हम देखते भी हैं की नागार्जुन का कॅरेक्टर अनीश नंदीअस्त्र है। वह अपनी पावर से एक ट्रक को असेही रोक देता है। हमें उसके हाथ में एक तरह का बैंड भी दिखाया जाता है जिससे हमें यह पता चलता है कि उसे अपनी पावर्स उस बैंड से मिली है। एक और अस्त्र हमें दिखाया जाता है वानर के रूप में जो शायद आग की पावर को सोल्ड करता है। इसके अलावा त्रिशूल अस्त्र भी है जो किसी और के पास है। तो इस तरह से हमें इस फिल्म के कई अस्त्र बुराई से लड़ते हुए दिखाई देंगे यानि कि हिन्दू माइथोलॉजी के 45 अस्त्रों में से कई अस्त्र हमें इस फिल्म में देखने को मिलेंगे।
अब फिरसे कहानी पर आए तो शिवा को एक तरफ धीरे-धीरे अपनी पावर्स के बारे में धीरे-धीरे आईडिया होने लगता है। और दूसरी तरफ डार्क पावर्स वाले बुरे लोगों से बाकि के अस्त्र यानि कि अच्छे लोग मिलकर ब्रह्मास्त्र की रक्षा करते हैं। वहीं इस फिल्म में हमें कुछ लोगों को दिखाया जाता है जो की शिवा के बारे में जानते हैं और कहीं ना कहीं वह सब शुरू से शिवा के ऊपर नजर भी रख रहे हैं। लेकिन वह इंतजार कर रहे हैं सही समय का और वह समय भी आता है।
जब पहली बार शिवा का डार्क पावर वाले लोगों से सामना होता है तो उसके पावर से उन्हें हरा देता है। इससे शिवा के सामने उसकी पावर आ जाती है और बाकि के अस्त्र भी। यह लोग शिवा को मिलवाते हैं उनके गुरु से जिसका रोल किया है अमिताभ बच्चन ने। यह गुरु शिवा को अस्त्रों के इतिहास के बारे में बताते हैं और इसके साथ ही उसका ब्रह्मास्त्र से क्या कनेक्शन है यह भी उसे समझाता है। जिस जगह गुरु है वहां कई और लोग भी हैं जो बुरी शक्तियों से दुनिया की रक्षा कर रहे हैं और उनको देखकर शिवा को अपनी जिंदगी का मकसद मिल जाता है। अब वह अपनी पावर्स का इस्तेमाल सीखेगा और ब्रह्मास्त्र के बारे में और भी जानेगा ताकि सही समय आने पर वह बुरे लोगों से लड़ सके।
अब जिस जगह पर शिवा अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करना सिख रहा है वहां पर डार्क पावर्स वाले लोग हमला कर देते हैं और शायद यहीं पर शिवा की शक्तियां अपनी असली रूप में एक्टिवेट होगी। शिवा को रोकने के लिए शायद वह लोग ईशा का इस्तेमाल करेंगे और हो सकता है कि शायद अंत में गुरु की मौत हो जाए। और फिर शायद शिवा आर या पार की लड़ाई करे जिसमें उसका साथ बाकि के अस्त्र भी देंगे।
हालाँकि जूनून का जो कॅरेक्टर है वह अस्त्रवर्स का असली विलेन नहीं होगा वह तो सिर्फ असली विलेन के लिए काम कर रही है। और शायद इस फिल्म के अंत में हमें अस्त्रवर्स के असली विलेन के बारे में कोई हिंट दिया जाए। इस फिल्म की कहानी इस पार्ट में पूरी तरह से कम्पलीट नहीं होगी क्योंकि इसके दो और पार्ट आने वाले हैं और उनमें हमें अस्त्रवर्स को और भी अच्छे से समझाया जाएगा। हमें कुछ और अस्त्र दिखाए जांएंगे और शिवा की कहानी भी आगे बढ़ेगी। इसके आने वाले दो पार्ट्स में अस्त्रवर्स का मैन विलेन होगा और हमें पता चलेगा कि आखिर उसका मकसद क्या है और वह ब्रह्मास्त्र को क्यों पाना चाहता है।
तो फिल्म का ट्रेलर देखकर हमें यह तो समझ आ जाता है कि ब्रह्मास्त्र के कई टुकड़े अलग-अलग जगह पर हैं और मैन विलेन उन्हें ढूंढकर एक करना चाहता है ताकि वह अपना मकसद पूरा कर सके। इसके साथ ही यह भी कन्फर्म है कि ब्रह्मास्त्र का एक हिस्सा शिवा के पास है तो शायद शुरुवात में उसे पता नहीं होगा लेकिन अंत तक उसे पता चल जाएगा। और क्योंकि उसके किस्मत में ब्रह्मास्त्र को कंट्रोल करना लिखा है तो शायद ब्रह्मास्त्र के तीसरे पार्ट में शिवा की मौत भी हो सकती है। वैसे इस फिल्म का ट्रेलर तो कमाल का है और जिस कांसेप्ट पर यह फिल्म बनी है वह भी काफी ज्यादा अमेजिंग है।
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